लेखनी कहानी -03-Jan-2023 चिड़िया रानी
सुबह चिड़िया करती रहती ची ची,
ची ची करके लेती ईश्वर का नाम।
ची ची करके हम इंसानों को,
उठाती चिड़िया ची ची करके।
ची ची करके फिर उड़ जाती,
अपने अपने झूडो में।
और पहुंच जाती, ची ची करके के खलियानों में।
सुबह से शाम तक, अपने पंख फैला फैला कर।
उड़ उड़ कर खेतों की फसल में,
फूदक फुदक कर चुकती रहती,
सारा दिन दाना ची ची करके।
शाम होने पर तैयारी करती, अपने झुडों के साथ उड़ने की ची ची करके।
झूडो में आसमान में उड़ कर,
ची ची करके पहुंच जाती डेरों में।
Gunjan Kamal
05-Jan-2023 09:02 PM
शानदार प्रस्तुति 👌
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आँचल सोनी 'हिया'
04-Jan-2023 08:14 PM
Nice
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Abhilasha deshpande
04-Jan-2023 06:56 PM
Nice
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